हम रिटायर नही होंगे

हम रिटायर नही होंगे

आम तौर पर अवकाश प्राप्त, या कहे तो रिटायरमेंट, की उम्र साठ वर्ष तय की गई है। पहले यह 58 वर्ष थी। ऐसी भी खबर आ रही है कि रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष करने पर सरकार विचार कर रही है।

रिटायर होने की सरकारी उम्र सीमा

अगर हम विश्व के और देशो से तुलना करे तो भारत में रिटायरमेंट उम्र कम है। युनाइटेड किंगडम में यह 66 वर्ष है, जिसे 2026 में 67 वर्ष किया जायेगा। इसी तरह अमेरिका, ग्रीस, डेनमार्क, आइसलैंड, इजराइल, इटली में रिटायरमेंट उम्र 67 वर्ष निश्चित की गई है।

फ्रांस में रिटायरमेंट उम्र को 2023 में 62 वर्ष से बढ़ाकर 64 वर्ष किया गया है। जब वहां की सरकार ने रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने का यह निर्णय लिया तब वहां काफी प्रोटेस्ट हुआ था। फ़्रांस के इस नए रिटायरमेंट कानून में एक और प्रावधान हैं कि रिटायरमेंट बेनिफिट लेने के लिए उस व्यक्ति ने कम से कम 43 वर्ष अपना योगदान दिया हो।

रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने का एक कारण यह भी है कि अब हमारी लाइफ एक्सपेकटेंसी या आयु संभाविता, जो कि सन 2000 में 62.27 वर्ष थी वो सन 2021 में बढकर 67.24 वर्ष हो गई है। हम जब काम कर सकते है तो रिटायरमेंट क्यों?

यह तो हुई तकनीकी दृष्टिकोण और उन पर लागू होती है जो कि नौकरी पेशा में है। दूसरी तरफ बहुत से ऐसे लोग भी है जो नौकरी नहीं करते है, पर उनकी भी उम्र तो बढ़ती जा रही है। ऐसे व्यक्ति को कब रिटायरमेंट लेना चाहिए। और फिर रिटायरमेंट का हमारे स्वास्थ्य से क्या सम्बन्ध है इस पर भी विचार करने की आवश्यकता है।

रिटायर होने की सामाजिक उम्र सीमा

हमारे यहां तो एक उम्र आने के बाद वानप्रस्थी होने का सभी पालन करते थे, पर शायद यह उस समय की बात है जब हम संयुक्त परिवार में रहते थे। आज के दिन जब अकेले-अकेले रहते हैं तो शायद यह कई बार संभव नहीं हो पाता है। फिर भी अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अपने लिए रिटायरमेंट की एक उम्र की सीमा तो बनानी ही चाहिए। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो जीवन के अंतिम पड़ाव में साथ कौन देगा।

एक बार मैंने यह वाक्या पढ़ा था। जब किसी से पूछा गया कि आप जिंदगी में क्या-क्या उपलब्ध किये तो उनका कहना था कि वो इतनी जमीन जायदाद एकत्र कर लिए जिससे की बच्चों को कोई तकलीफ न हो, उनकी शादी कर दी, वगैरह-वगैरह, सभी कर लिए। पर जब उनसे पूछा गया कि इस उम्र में आकर क्या आपके पास चार साथी हैं जो कि आपके साथ समय बिता सके इस घड़ी में, तब उनका जवाब ना ही था।

हमारे “नेवर से रिटायर्ड” ग्रुप में जब कई लोगों से चर्चा होती है या उनके विचार पोस्ट में आते हैं तो सबसे ज्यादा लोगों की जो आवश्यकता नजर आती है वह है कि ढलती उम्र में उनको कोई साथी चाहिए जो उनसे बात कर सके। कई बार तो इस उम्र में आकर जीवन साथी भी साथ छोड़ देता है। ऐसे समय तो दोस्तो की आवश्यकता अधिक पड़ती है। वैसे एक जानकारी यहां साझा करना चाहूंगा कि अब इस कमी को दूर करने के लिए भी प्रोफेशनल सर्विसेज शुरु हो गई है।

कब रिटायर हों?

मै रिटायरमेंट और स्वास्थ्य के सम्बन्ध के विषय में बात कर रहा था। इस पर कुछ और चर्चा करते है।

हमारा स्वास्थ्य जब तक ठीक रहे, जब तक कुछ भी कार्य करने लायक हो तब तक हमे पूर्ण रुप से रिटायरमेंट के विषय में सोचना भी नहीं चाहिए। अगर हम कुछ काम नहीं करेंगे तो घर वालो की नजर में भी हम सम्मान नहीं पायेंगे। अगर हम कुछ भी कार्य करते रहेंगे तो हमारा दिन भर का समय बहुत अच्छी तरह बीत जाएगा और मन में संतुष्टि भी होगी कि आज मैने यह किया। घर वाले भी खुश होंगे। और यहीं संतुष्टि आपके स्वास्थ्य को सही रखने में सबसे बड़ा सहायक होता है।

इस उम्र में हम क्या कर सकते है उस पर फिर कभी बात करेंगे।

लेखक

Vijay Maroo
विजय मारू

लेखक नेवर से रिटायर्ड मिशन के प्रणेता है। इस ध्येय के बाबत वो इस वेबसाइट का भी संचालन करते है और उनके फेसबुक ग्रुप नेवर से रिटायर्ड फोरम के आज कोई सोलह सौ सदस्य बन चुके है।

1 thought on “हम रिटायर नही होंगे”

  1. Capt. Pijush

    But Maritime/Shipping Collaborations have different ideologies since they are from orthodox educational background.

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