Age Power

This “Age Power” section has been started to share your, our reader’s, views on “Harnessing Energy of Senior Citizens In Nation Building”. You may also find your write-up here. Write a piece in 500 to 700 words and send to us.

जीते जी प्रशंसा करिए, केवल विदाई पर नहीं

जीते जी प्रशंसा करिए, केवल विदाई पर नहीं

हमारा समाज एक विचित्र मनोवृत्ति से ग्रसित है — हम अक्सर किसी की अच्छाई तब ही खुलकर कहते हैं जब वह व्यक्ति हमारे बीच नहीं रहता। शमशान घाट या श्रद्धांजलि सभाएं — ये वो जगहें बन गई हैं जहां हम किसी के जीवन की महानताओं का उल्लेख करते हैं, उनके गुणों को सराहते हैं, और […]

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अनुभव की जीवित पुस्तकें हैं बुजुर्ग महिलाएं

अनुभव की जीवित पुस्तकें हैं बुजुर्ग महिलाएं

जब भी बुजुर्गों की बात होती है, तो अधिकतर चर्चा पुरुषों के अनुभव, संघर्ष और योगदान पर ही केंद्रित रहती है। लेकिन क्या हमने कभी ठहरकर यह सोचा है कि हमारे घरों की बड़ी बुजुर्ग महिलाएं भी अनुभव की जीवित पुस्तकें हैं, जिनमें जीवन की अनगिनत कहानियाँ, परंपराओं की गहराई और व्यवहारिक ज्ञान छिपा हुआ

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‘फादर्स डे’ हम बुजुर्गों ने तो बचपन में सुना ही नहीं था

‘फादर्स डे’ हम बुजुर्गों ने तो बचपन में सुना ही नहीं था

पाश्चात्य संस्कृति, जिसे पश्चिमी संस्कृति भी कहा जाता है, की देन है यह पितृ दिवस या फादर्स डे को मनाना। हर वर्ष, जून के तीसरे रविवार को जश्न, उपहार और श्रद्धांजलि के साथ मनाया जाता है फादर्स डे। इस वर्ष पिछले रविवार, 15 जून को यह मनाया गया। सुबह से फोन पर शुभकामना संदेश और

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बुजुर्ग पर्यावरण की रक्षा खूब करते हैं

बुजुर्ग पर्यावरण की रक्षा खूब करते हैं

अभी पिछले सप्ताह ही 5 जून को हमने पर्यावरण दिवस मनाया। मन में विचार आया कि हम बुजुर्ग जब छोटे थे तब इस विषय पर शायद ही कभी चर्चा होती थी। और आज तो किसी गोष्ठी में हो, परिवार के बीच हो या दोस्तों की महफिल ही क्यूं न हो, पर्यावरण – पोल्यूशन पर सब

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तब हम दोस्तों को आवाज देकर बुलाते थे

तब हम दोस्तों को आवाज देकर बुलाते थे

मैंने कोई एक वर्ष पहले इसी विषय पर एक लेख लिखा था, जिसका शीर्षक था बुजुर्ग के लिए मित्र मंडली बहुत आवश्यक। आज पुनः, जब व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया तो मन हुआ कि इस विषय पर तो और भी बहुत कुछ लिखा जा सकता है। यह मैसेज तो दिल को ही छू गया। मैसेज

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जिंदगी जो शेष है उसे विशेष बनाए

जिंदगी जो शेष है उसे विशेष बनाए

हमपर भगवान की बहुत कृपा रही हैं कि हम इस उम्र तक पहुंच पाये हैं। अड़चने भी आई होगी इस सफर को यहां तक पार करने में। पर चारो तरफ नजर दौड़ाये तो देखेंगे कि हमारे साथ कितने ही लोग थे जिनके साथ हमने कभी खुशी कभी गम के पलों को बहुत ही आनन्द से

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जीवन में आनंद हम वरिष्ठ ज्यादा लेते थे

जीवन में आनंद हम वरिष्ठ ज्यादा लेते थे

हम बुजुर्ग अपनी जिंदगी में जितनी मस्ती करते हुए इस आयु पर आएं हैं और जब यह विचार करते हैं कि क्या हमारे बेटे-बेटियां, आज के युवा, भी उतना ही आनंद अपने जीवन का लें रहें हैं तो अक्सर ना ही इस प्रश्न का उत्तर मिलता है। आज सभी युवा वर्ग के चेहरे पर एक

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सुनहरे वर्षों में तनाव से बचे

सुनहरे वर्षों में तनाव से बचे

हम जब डॉक्टर के पास जाते हैं अपना चेकअप करवाने तो बड़े उम्र के व्यक्तियों को आमतौर पर यही बताया जाता है कि आप स्ट्रेस बिल्कुल ना ले, और यह खासकर हार्ट की शिकायत वाले व्यक्तियों को तो बहुत जोर देकर बोला जाता है। यह भी कहा जाता है कि आप ज्यादा सोचे नहीं। कई

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व्यस्त बुजुर्ग जीवन के प्रति बेहतर दृष्टिकोण रखते हैं

व्यस्त बुजुर्ग जीवन के प्रति बेहतर दृष्टिकोण रखते हैं

मैंने अपने कई लेखों में इस ओर ध्यान आकृष्ट किया है कि वरिष्ठ व्यक्ति, किसी न किसी गतिविधि में अपने आप को व्यस्त रखेंगे तो निश्चित उनका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। और जो स्वस्थ रहेंगे वो निश्चित खुद भी खुश रहेंगे और दूसरों को भी खुश रखेंगे। ऐसे बुजुर्गों का जीवन के प्रति दृष्टिकोण बहुत सकारात्मक

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बुढ़ापा अक्सर अकेलेपन की तस्वीर दर्शाता है

पहले बुढ़ापे का मतलब था प्यार से घिरे रहना – पोते-पोतियों की हंसी, जानी-पहचानी आवाज़ों का सुकून और यह विश्वास कि कोई हमेशा पास में है। पारंपरिक संयुक्त परिवारों में, बुज़ुर्गों की सिर्फ़ देखभाल ही नहीं की जाती थी, उनका सम्मान किया जाता था, उनसे सलाह ली जाती थी और उन्हें घर के सभी से

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