वरिष्ठजन: सेन्चुरी मारने के लिए डिसिप्लिन में रहे

At 94, LN Jhunjhunwala confident of attaining the age of 116

सभी की प्रबल इच्छा रहती है कि वो शतकवीर बने, सौ वर्ष जिवित रहें। बढ़ी उम्र में भी भगवान को प्यारा कोई नहीं होना चाहता, भले ही उनकी लाइफ स्टाइल कुछ भी रही हो। सेंचुरी के पास बहुत से बैट्समैन पहुंचते हैं लेकिन कई बार देखा गया है की कुछ ही रन से वह वहां पहुंच नहीं पाते है।इसी तरह 90 के ऊपर उम्र वाले काफी लोग आपको मिल ही जाएंगे।

यह निश्चित है कि अगर आपकी लाइफस्टाइल, आपने अपनी जवानी में अपने खान-पान पर ध्यान दिया है, नियमित व्यायाम करते रहे हो तो सेन्चुरी के नजदीक पहुंचना कठीन नहीं होगा। मैं तो यह कहूंगा कि रिटायरमेंट के बाद भी सही रहे तो आप भी इस मुकाम तक पहुंच सकेंगे, इसमें कोई सन्देह नहीं है। अपनी अगर उम्र काफी हो चुकी है तब तो बहुत कुछ वापस नहीं लौटा सकते लेकिन अगर रिटायर होते ही आप अपनी लाइफ स्टाइल को सुधारने में लगा दे, तो अंतिम क्षण तक आप स्वस्थ और खुश रहेंगे।

जब काम करने का समय था आपने खूब काम किया और उस समय शायद आप अपने स्वास्थ्य के प्रति उतना ध्यान नहीं दे सके थे, लेकिन अब, जब आप रिटायर हो गए हैं तो इस और आपको पूरा ध्यान केन्द्रित करना ही है। आपके आसपास जो बड़े उम्र के बुजुर्ग हैं, उनके संपर्क में रहे और उनसे उनकी इस उम्र तक पहुंचने का राज पूछे।यह भी देखने में आया है कि पहाड़ो में रहने वाले व्यक्ति ज्यादातर अच्छी उम्र पाते हैं। उनका रहन-सहन, तनाव या स्ट्रेस से अपनेआप को दूर रखना व प्रदूषण मुक्त हवा ही मुख्य कारण हो सकता है। इसमे आजकल की मेडिकल सुविधाए भी काम आती है पर है काफी खर्चीली।

कोई करेंट डाटा तो उपलब्ध नहीं हैं, पर भारत में पिछली जो जनगणना 2011 में हुई थी उसके अनुसार 6,05,778 व्यक्ति सौ वर्ष से अधिक के है हमारे यहां। इस डाटा के अनुसार इनमें से 75 प्रतिशत से ज्यादा शतकवीर गांवो से है। एक बात का विषेश ध्यान रखना होगा कि इनमें से बहुतो को तो अपने जन्म वर्ष की जानकारी भी नहीं होगी। उधर जापान के बुजुर्ग लोगो की बहुत सी वीडियो आजकल वाट्सएप पर मिल जाती है, जिसमें दिखलाया गया है कि इस बढ़ी आयु में भी वे कितनी एक्टिविटि करते है, कितने सजग और फुर्तीले रहते है।एक जानकारी के अनुसार, लंबी आयु के लिए कुछ सुझाव इस प्रकार है:

  1. कम वसा वाले प्रोटिन के पदार्थ का सेवन करे।
  2. फल और सब्जी खूब ले।
  3. निंद्रा अच्छी ले।
  4. प्रदुषण मुक्त वातावरण में रहें।
  5. दोस्तों के साथ समय व्यतित करे।
  6. पैदल खूब चले।
  7. अपने आप को एक्टिव रखे।

मुझे पिछले सप्ताह ही एक 96 वर्ष की आयु वाले वरिष्ठ व्यक्तित्व से मिलने का सौभाग्य मिला। मैंने इतनी उम्र वाले किसी भी व्यक्ति से पहले कभी बात ही नहीं की है। मैं बात कर रहा हूं भिलवाडा ग्रुप के प्रणेता श्री लक्ष्मी नारायण जी झुनझुनवाला की। भगवान की कृपा, इनकी प्रबल इच्छाशक्ति, डिसिप्लिन्ड लाइफ स्टाइल ही रही है की ये आज भी मानसिक और फिजिकली स्वस्थ है।

आज भी वह बात करते हैं स्पेस टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की। वह किताबें पढ़ते हैं और लिखते हैं। हालांकि व्हीलचेयर पर रहते हैं लेकिन सुबह 3:30 बजे उठने के बाद 3 घंटा मेडिटेशन और भगवान की आराधना करते हैं। उसके बाद पूरे दिन वह कुछ न कुछ पढ़ते और लिखते रहते हैं। इन दिनों भगवद् गीता जी पर सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। साइंस और टेक्नोलॉजी की किताबें भी पढ़ते हैं और उसमें उनको सबसे ज्यादा रुचि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर है

उनका मानना है की अगर विश्व युद्ध होता है तोआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से यह प्रलय ला सकता है लेकिन सकारात्मक पहलू यह है कि इससे हमारी नॉलेज बहुत बढ़ेगी, हमे आनंद आयेगा। इनसे मेरी मुलाकात जून 2022 में भी हुई थी। उस समय उन्होंने कहां था कि उनका लक्ष्य 116 वर्ष तक स्वस्थ जिन्दगी बिताने का हैं और वो इसका कारण भी बताये थे। उनका मानना है कि भारतीय चिंतन में जीवेत शरद: शतम् की अवधारणा है। छान्दोग्योपनिषद् के द्वारा 116 वर्ष की आयु का विधान है। और यहीं उनका लक्ष्य है। उस समय के मेरे लेख को आप https://neversayretired.in/at-94-l-n-jhunjhunwala-confident-of-attaining-the-age-of-116/ पर पढ़ सकते है।

नौजवानों के लिए श्री झुनझुनवाला जी का संदेश है कि वो अपने स्वास्थ पर पूरा ध्यान दें। वो ज्ञान अर्जित करने के लिए केवल स्कूल-क़ॉलेज की पढाई पर ही अपने को केन्द्रित न करे, वो अध्ययन जरूर करे। और जब इन नौजवानों को अध्ययन में आनंद आने लगेगा तो देश के तो उत्थान में उनका योगदान होगा ही, उनकी आयु भी बढ़ेगी।

इसी मंत्र के साथ हम अपनी लाईफस्टाइल को सही दिशा दे तो हम सब शतकवीर बनने की ओर एक कदम आगे बढ़ा पायेंगे।

लेखक

विजय मारू
विजय मारू

लेखक नेवर से रिटायर्ड मिशन के प्रणेता है। इस ध्येय के बाबत वो इस वेबसाइट का भी संचालन करते है और उनके फेसबुक ग्रुप नेवर से रिटायर्ड फोरम के आज कोई सोलह सौ सदस्य बन चुके है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *