नववर्ष में बुजुर्ग जन का एकमात्र संकल्प हो, स्वस्थ रहना

नववर्ष में बुजुर्ग जन का एकमात्र संकल्प हो, स्वस्थ रहना

2025 के आगमन पर सभी का हार्दिक अभिनंदन।

आमजन नववर्ष पर बहुत संकल्प लेते हैं और प्रयास करते हैं कि उन्हें आने वाले वर्ष में क्रियान्वित भी करे। यह बात अलग है कि किये गए संकल्प में से कम ही पूरे होते है, कारण समय-समय पर हम काॅम्प्रोमाइज करते रहते है। ऐसे में वरिष्ठ जन भी कुछ संकल्प ले और यह निश्चित करे की वो लिए गए अपने इन रिजोल्यूशन को पूर्ण जरूर करेंगे।

हम बुजुर्गो का तो, आज भी और कल भी, एक ही संकल्प होना चाहिए, वो है अपने आप को शारीरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ रखना। यह हम अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से पूर्ण कर सकते है। हमें आने वाले कई नववर्ष पर सभी प्रियजन के संग मौज-मस्ती करनी है। इस एक संकल्प को पूरा करने के लिए हमें अपने जीवन में बहुत कुछ करना होगा। आइए कुछ करणीय बिन्दूओं पर ध्यान दे।

अपनी दिनचर्या को हम कुछ ऐसी बनाए कि वो प्रेक्टिकल भी हो और हमारे मन के अनुसार भी हो। कई बार ऐसा अनुभव होता है कि दिन बिताना भी मुश्किल हो जाता है, खासकर उन वरिष्ठ जन के साथ जिन्हें अकेला रहना पड़ता है। बच्चे विदेश में या अन्य किसी शहर में जीविकोपार्जन के लिए चले जाते है और इधर माता-पिता अकेले रहते है। स्थिति तब और भी विचारणीय हो जाती है जब एक जीवनसाथी भी छोड़कर चला जाता है।

हम बात कर रहे थे उस एक संकल्प की जो हमारे स्वास्थ्य से संबंधित है। प्रत्येक दिन अपने दिनचर्या में कसरत व योग को मुख्य स्थान दे। गर्मी हो, सर्दी हो या बरसात ही क्यू न हो, हमें अपनी एक्सरसाइज नियमित करनी ही है। इसके लिए समय निकालना ही है और एक निश्चित समय हो तो डिसिप्लिन बनी रहेगी। इस आयु में कोई बहुत थकाने वाली या पसीना निकालने वाली एक्सरसाइजेज से दूर रहे।

इसी तरह पैदल जितना ज्यादा चल सके उतना अच्छा है। इस वर्ष के लिए अपने संकल्प में जोड़े कि हम छोटी दूरी के लिए गाड़ी या टू-विलर का उपयोग नहीं करेंगे। जहां तक हो सकेगा हम पैदल ही जाएंगे। मंदिर या मार्केट जब जाएंगे तो गाड़ी थोड़ी दूर पार्क कर कुछ कदम चलने का प्रयास करेंगे। इसी तरह सुबह के नास्ते के बाद, दोपहर व रात्री भोजन के बाद कम से कम एक हजार कदम चलने का नियमित नियम बनाए। यहां आपको कोई बाहर का व्यक्ति देख नहीं रहा है। विचार तो आपको करना है अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए।

खान-पान में भी सादगी का संकल्प ले। यह भी स्वास्थ्य से जुड़ी बात है। पूरी उम्र हमने चाट-पकोड़ी खूब खाई है, और भी तले हुए स्वादिष्ट व्यंजनो का आनंद उठाया है पर अब उन पर विराम दे। पेट जरा भी गड़गड़ाहट किया और आपका पूरा ध्यान उधर ही चला जाता है। ऐसा नहीं कि यह सब खान-पान आप बिल्कुल बंद कर दे पर आप स्वयं अपना डॉक्टर बने, और निश्चित करे कि हमे कितनी मात्रा में क्या भोजन खाना है। अपने शरीर के लिए हम से बड़ा कोई डॉक्टर नहीं है।

इसी स्वास्थ्य सम्बन्धित संकल्प के साथ एक और बहुत महत्वपूर्ण बात जुड़ी हैं। स्वस्थ और खुश रहने के लिए अपने दोस्तो से बराबर संपर्क में रहे। पुराने मित्र आपकी बात और आप उनकी बात को बहुत अच्छी तरह समझेंगे। उन मित्रों को आज ही फोन कर बात करे जिनसे आप बहुत दिनों से बात नहीं किए है। आपको बहुत अच्छा लगेगा, इसका पूर्ण विश्वास है। एक ही शहर में कुछ दोस्त हों तो वो सप्ताहिक या मासिक मेलजोल के लिए एकत्र हो और भरपूर मनोरंजन करे। अन्य शहर में हो तो ये मिटिंग वार्षिक हो सकती है। वाट्सएप ग्रुप बनाए व अपने विचारो का आदान प्रदान करे। हम खुद आगे बढ़कर अपने हाउसिंग सोसाइटी या मुहल्ले में हमउम्र के व्यक्तियों के बीच एक ग्रुप बनायें व नियमित कुछ मनोरंजक कार्यक्रम रखकर अपने को बिजि रख सकते है। इसका सुखद परिणाम यह होगा कि हमारा स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और हम प्रतिदिन ताजगी महसूस करेंगे।

संकल्प आप बहुत ले सकते है, पर उनके क्रियान्वयन में आपका स्वास्थ्य आड़े न आए इस कारण यह संकल्प इस नववर्ष जरूर ले कि हमें अपने को स्वस्थ रखना है।

लेखक

विजय मारू
विजय मारू

लेखक नेवर से रिटायर्ड मिशन के प्रणेता है। इस ध्येय के बाबत वो इस वेबसाइट का भी संचालन करते है और उनके फेसबुक ग्रुप नेवर से रिटायर्ड फोरम के आज कोई सोलह सौ सदस्य बन चुके है।

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