बजट 2024 से वरिष्ठ नागरिकों की 11 उम्मीदें

बजट 2024 से वरिष्ठ नागरिकों की 11 उम्मीदें

वर्ष 2024 का बजट कुछ ही दिनों में आने वाला है। वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सितारमण से मैं, वरिष्ठ जन के विषेश सहयोग हेतु अपने 11 सुझाव दे रहा हूं। 

समय के साथ हम बड़े होते जाते हैं। कब बचपन बीत गया, जवानी भी निकल गई और अब हम उस चौखट पर खड़े हैं, जहां से चाह कर भी लौट नहीं सकते।

यह अवस्था सभी के जीवन में आनी है। ज़िन्दगी के इस पड़ाव को जो जितने अच्छे से निकाल ले यही उसकी जीत है। इसके लिए व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा। नियमित व्यायाम, योग व पैदल चलना, खुली हवा जहां प्रदुषण कम हो वहां ज्यादा समय व्यतीत करना, मित्रो के साथ अधिक समय बिताना, सकारात्मक विचार रखना, वगैरह कुछ आवश्यक कार्य है जिसे आज से ही हमे अपने जीवन में उतार लेना होगा। 

एक और पहलू जिस पर विशेष ध्यान देना होगा, वह है वरिष्ठ जन की आर्थिक स्थिति। इस पड़ाव पर आकर बहुत कुछ ऐसा कार्य तो किया नहीं जा सकता कि हम बहुत कमाई कर सके। पहले से कितनी बचत कर पूंजी जमा कर रखी है वही काम आने वाली है, या कितनी पेंशन  मिलती है या बच्चों का सहयोग कितना मिलता है इसी पर निर्भर करता है कि आगे का सफर कैसा होगा । 

कुछ दिन पहले ही एक विचलित करने वाली रिपोर्ट सामने आई। हैल्प एज इंडिया नाम की एक जानि-मानी स्वयंसेवी संस्था है, जिसने यह रिपोर्ट एक सर्वे करने के पश्चात जारी की है।

जान कर आश्चर्य होगा कि यह रिपोर्ट बताती है कि “हर तीन बुजुर्ग उत्तरदाताओं में से एक ने बताया कि पिछले एक साल में उनकी कोई आय नहीं थी। 60-69 वर्ष के आयु वर्ग में लगभग 31% बुजुर्ग उत्तरदाताओं, 71-79 वर्ष के आयु समूह में 36% और 80 वर्ष और उससे अधिक आयु समूह में 37% ने पिछले एक वर्ष में ‘कोई आय नहीं’ की सूचना दी।” अब समय आ गया है कि हम बुजुर्गों की मदद के इस मुद्दे के समाधान के लिए कुछ बड़े फैसले लें।

ऐसे में सरकार को, समाज को या यूं कहें तो हम सब को इस पर गहराई से विचार करना होगा।  विचार तो उन वरिष्ठ लोगो की स्थिति पर भी करना होगा जो लोअर मिडल या मिडल क्लास की श्रेणी में आते हैं।

वर्ष 2024 का बजट कुछ ही दिनों में आने वाला है। वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सितारमण से मैं, वरिष्ठ जन के विषेश सहयोग हेतु अपने 11 सुझाव दे रहा हूं। 

  1. वरिष्ठ जन को जीवनयापन के लिए न्यूनतम सेवानिवृत्ति निधि उपलब्ध करायी जानी चाहिए।
  2. वरिष्ठ नागरिको के लिए विशेष आर्थिक पैकेज आवंटित किया जाना चाहिए।
  3. स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता वरिष्ठ जन की ज्यादा ही होती है। इस हेतु विषेश आग्रह है :
    • मेडी इंश्योरेंस और जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी शून्य किया जाए।
    • मेडी-बीमा प्रीमियम काफी कम किया जाना चाहिए।
    • स्वास्थ्य रखरखाव की लागत को इनकम टेक्स में कटौती योग्य व्यय के रूप में अनुमति दी जाए।
  4. एफडी पर ब्याज में बढ़ोतरी की जाए, क्योंकि इसे वरिष्ठ नागरिक सबसे सुरक्षित मानते हैं।
  5. वरिष्ठजनों द्वारा दान: वर्तमान में, आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के तहत धर्मार्थ संगठनों को दान कर योग्य आय से 50% की कटौती योग्य है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ऐसी कटौती 100% की अनुमति दी जानी चाहिए।
  6. पुरानी व्यवस्था के तहत कर योग्य न होने वाली न्यूनतम राशि को वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3 लाख से 4.5 लाख बढ़ाया जाना चाहिए।
  7. वरिष्ठ नागरिकों को धारा 80TTB के तहत ब्याज आय पर मिलने वाली मानक कटौती को 50,000/- रुपये से बढ़ाकर 1,00,000/- रुपये किया जाना चाहिए।
  8. कर भुगतान करने वाले नागरिकों के लिए पेंशन योजना: व्यक्तियों द्वारा भुगतान किए गए कर से एक निश्चित राशि अलग रखी जा सकती है। और इस रकम से पेंशन योजना शुरू की जा सकेगी। यह आवश्यक है क्योंकि अंतिम वर्षों में सभी व्यक्तियों के पास पर्याप्त धनराषी उपलब्ध नहीं होती है।
  9. वरिष्ठ नागरिकों के लिए अफॉर्डेबल हाउसिंग स्कीम लानी चाहिए।
  10. रिवर्स मॉर्टगेज पर वरिष्ठ नागरिकों को जो एन्युटी मिलती है उसे टैक्स फ्री करनी चाहिए। 
  11. वरिष्ठ नागरिकों को कैपिटल गेन्स टैक्स में छुट मिलनी चाहिए और एक्सेंमप्शन लिमिट भी बढ़ानी चाहिए, खास कर आवासीय घर बेचने पर।

पाठकों के और भी सुझाव हो सकते है। वो अपने सुझाव सीधे वित्त मंत्री को भेज सकते है या हमे ईमेल [email protected] पर भेज सकते है।

लेखक

Vijay Maroo
विजय मारू

लेखक नेवर से रिटायर्ड मिशन के प्रणेता है। इस ध्येय के बाबत वो इस वेबसाइट का भी संचालन करते है और उनके फेसबुक ग्रुप नेवर से रिटायर्ड फोरम के आज कोई सोलह सौ सदस्य बन चुके है।

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